सरकारी तंत्र की विफलता के चलते 8 महीने तक बेंगलुरु से अपने घर नहीं लौट पाई 14 साल की बालिका, सीख गई कन्नड़
By: Ankur Fri, 31 Dec 2021 09:23:54
अगर हमारा सरकारी तंत्र सही से काम करें तो देश को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता हैं। लेकिन देखा जाता हैं कि इस सरकारी तंत्र की वजह से कई बार लोगों को परेशान होना पड़ता हैं। इसका एक मामला सामने आया हैं राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से जहां कई कारणों से फाइल अटकने की वजह से 14 साल की बालिका जो 8 महीने पहले बड़ीसादड़ी के पिंड गांव से लापता हो गई थी बेंगलुरू में मिली लेकिन अपने घर नहीं लौट पाई। बच्ची कर्नाटक में वहां के बाल कल्याण समिति (CWC) को रास्ते में घूमती हुई मिली थी। सीडब्ल्यूसी ने बच्ची को रेस्क्यू कर वहां के बाल गृह में रख लिया। पूर्व अध्यक्ष दशोरा ने बताया कि लड़की ने अपनी काउंसलिंग में यह बताया था कि वह गांव में ही अपना मोबाइल रिचार्ज कराने एक दुकान में गई थी। वहां पर एक आदमी उसे मिला जिसने उसे प्रसाद खाने को कहा। प्रसाद खाते ही वह बेहोश हो गई और जब होश आया तो वह बेंगलुरु में थी।
बालिका ने जब काउंसलिंग के दौरान चित्तौड़गढ़ का नाम लिया तो बेंगलुरु सीडब्ल्यूसी ने दिल्ली चाइल्डलाइन को फोन कर चित्तौड़गढ़ सीडब्ल्यूसी से कांटेक्ट किया और इस बात की जानकारी दी। इस पर चित्तौड़गढ़ बाल कल्याण समिति ने SIR रिपोर्ट बनाकर फिर से बेंगलुरु भेज दिया। लेकिन कई कारणों के कारण फाइल अटक गई और 8 महीने से बालिका वही बाल गृह में रह रही थी। वह अपने गृह जिला नहीं लौट पाई। सोमवार को अचानक बेंगलुरु के सीडब्ल्यूसी ने अचानक फोन कर चित्तौड़ आने की जानकारी दी। बालिका के यहां पहुंचने के बाद सीडब्ल्यूसी ने उसे आसरा बालिका शेल्टर होम में रखा। गुरुवार को बाल कल्याण समिति ने उसके माता-पिता को बुलाया, जिसके बाद बालिका को उसके मां-बाप को सौंप दिया गया।
पूर्व अध्यक्ष दशोरा ने बताया कि बालिका उस समय एक लोकल स्कूल में ही पढ़ती थी और मेवाड़ी भाषा में ही बोलती थी। उसका परिवार बहुत गरीब है। उसके माता-पिता दोनों ही मजदूरी करते हैं। लेकिन इन 8 महीनों में बच्ची ने ना सिर्फ अच्छे ढंग से हिंदी बोलना सीखा बल्कि वह बहुत अच्छे तरीके से कन्नड़ भाषा भी बोलने लग गई। उसने अपने घर वालों को देखने के बाद एक ही बात कही कि मैं आगे पढ़ना चाहती हूं। अपनी बहन को भी अच्छे से रखूंगी और पढ़ाऊंगी।
ये भी पढ़े :
# उदयपुर : विधवा को शादी का झांसा देकर यौन शोषण करता रहा शख्स, ऐंठे 7 लाख रूपये